Monsoon Rain Alert : मध्य प्रदेश का जबलपुर संभाग पिछले 43 दिनों से बदले हुए मौसम के मिजाज से जूझ रहा है। कभी तेज धूप, कभी घने बादल, फिर अचानक आंधी और बारिश—यह सिलसिला अप्रैल के अंत से लगातार जारी है। अब मौसम विभाग की भविष्यवाणी ने लोगों में उम्मीद जगा दी है कि 10 जून 2025 के बाद कभी भी मानसून प्रदेश में प्रवेश कर सकता है। इस बार मानसून की एंट्री डिंडोरी जिले से मानी जा रही है।
लगातार बारिश और आंधी ने बदला वातावरण
26 अप्रैल 2025 से जबलपुर सहित पूरे संभाग में तेज हवाओं और हल्की बारिश का सिलसिला चला आ रहा है। सात जून तक यानी पूरे 43 दिनों से मौसम असामान्य बना हुआ है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, यह स्थिति मुख्यतः साइक्लोनिक सर्कुलेशन और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के चलते बनी हुई है।
9 जून तक ऐसा ही रहेगा मौसम
भारतीय मौसम विभाग की वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के मुताबिक, वर्तमान में दो साइक्लोनिक सिस्टम और एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस सक्रिय है। इसके चलते आंधी और हल्की बारिश का सिलसिला 9 जून तक बना रहेगा। दिन और रात के तापमान में मामूली उतार-चढ़ाव भी देखने को मिलेगा।
तापमान सामान्य से नीचे, गर्मी से राहत
शनिवार को जबलपुर का अधिकतम तापमान 39.0 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2 डिग्री कम था। वहीं न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री रहा, जो औसत से कम दर्ज हुआ। यानी तापमान भले ही ऊपर हो, परंतु नमी और बादलों की वजह से राहत बनी हुई है।
मानसून महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर रुका
फिलहाल मानसून की रफ्तार थोड़ी धीमी पड़ी है। महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सीमा पर मानसून अटका हुआ है, लेकिन जल्द ही इसकी प्रगति होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार डिंडोरी जिले के रास्ते से मानसून जबलपुर संभाग में प्रवेश करेगा।
मानसून की देरी लेकिन सक्रियता बनी हुई
हालांकि आधिकारिक रूप से मानसून अब तक नहीं पहुंचा है, लेकिन बीते डेढ़ महीने से जिस तरह की मौसमीय गतिविधियां चल रही हैं, वे मानसून से कम नहीं हैं। किसानों और आम लोगों को अभी से बारिश के प्रभाव का एहसास हो रहा है।
किसानों और नागरिकों के लिए राहत का समय
लगातार बारिश और हल्की ठंडक ने लोगों को भीषण गर्मी से राहत दी है। वहीं किसानों को भी फसलों की बुआई के लिए सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं। जैसे ही मानसून का प्रवेश होता है, खेती-बाड़ी की गतिविधियों में तेजी आ जाएगी।
अब आगे क्या? मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने यह भी चेतावनी दी है कि मानसून के पहले और बाद में तेज आंधी और बिजली गिरने जैसी घटनाएं हो सकती हैं। ऐसे में सावधानी बरतना जरूरी है। खुले में खड़े रहना, पेड़ों के नीचे रुकना या बिजली के खंभों के पास जाना खतरनाक साबित हो सकता है।
क्या करें, क्या न करें – जनता के लिए सुझाव
- तेज हवा या बारिश के समय घर के अंदर रहें
- मोबाइल चार्जिंग या बिजली से जुड़े उपकरणों से दूरी बनाएं
- खुले मैदान या खेतों में बिजली गिरने की संभावना रहती है – सावधान रहें
- किसानों को सलाह दी जा रही है कि मानसून पूरी तरह सक्रिय होने के बाद ही मुख्य बुआई कार्य शुरू करें